भारत देश में,हिंदू विवाह समारोहों में कई रीति-रिवाज होते हैं।विभिन्न जातियों के कुछ रीति-रिवाज भी हैं जो सबसे अलग हैं।
विवाह संस्कार में कन्यादान,सिंदूरदान,हाथ मिलाना,मंगलसूत्र आदि रीति-रिवाज महत्वपूर्ण हैं।इन रीति-रिवाजों ने हिंदू धर्म की संस्कृति में महत्व प्राप्त किया है।
हर शादी में पति अपनी पत्नी को मंगलसूत्र पहनाता है।दूल्हा अपनी दुल्हन को जीवन भर का यह तोहफा देता है।लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें शादी के दौरान दूल्हा-दुल्हन ने मंगलसूत्र पहना।
कुछ समय पहले कर्नाटक में दो कपल्स ने एक नई रस्म शुरू की।सबसे पहले हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक दूल्हा-दुल्हन ने मंगलसूत्र पहना।फिर बिल्कुल नई रीति निभाई गई जिसमें दोनों जोड़ों ने नए रीति-रिवाज से शादी की।
अनोखी शादी में दूल्हा-दुल्हन ने पहना मंगलसूत्र।जिसने भी ये नजारा अपनी आंखों के सामने देखा वो हैरान रह गया।कुछ लोग इस लेख को सुनकर चौंक सकते हैं,कुछ सोच रहे होंगे कि ऐसा करने के पीछे क्या कारण है?सारी जानकारी पता चल जाएगी।
हिंदू धर्म में मंगलसूत्र को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।एक विवाहित महिला अपने पति की रक्षा के लिए मंगलसूत्र पहनती है।मंगलसूत्र धारण करना भी पति के जीवित होने का प्रमाण होता है।
जिस स्त्री का पति जीवित हो वह गले में मंगलसूत्र पहनती है।दुल्हन द्वारा दुल्हन को पहना जाने वाला मंगलसूत्र एक ऐसी व्यवस्था है जो आज की नई पीढ़ी की नई विचारधारा को दर्शाती है।
दोनों कल्प कर्नाटक के विजयपुरा जिले में रहते हैं।इन दोनों कपल्स ने दुनिया के सामने समलैंगिक संबंधों को खुलकर प्रदर्शित किया है।यह नई सोच का नया मसाला है जिसके कारण समान लिंग को भी दुनिया में समान सम्मान मिला है।
अब जब समलैंगिकता को थोड़ी हल्की रोशनी में देखा जाता है तो ऐसे मामले कोई नए नहीं हैं।दोनों कपल अलग-अलग जाति के थे।
साथ ही दोनों ने मुरहट और हिंदू रीति-रिवाजों से एक-दूसरे से शादी भी की।पत्नी ने पति के लिए मंगलसूत्र पहनने का एक नया तरीका निकाला।
युवा रक्त कहता है कि शादी कोई संपत्ति नहीं है जो किसी को उपहार में दी जा सकती है,बल्कि शादी एक आजीवन बंधन है जिसे जीवन भर निभाना होता है।
इसलिए दूल्हा और दुल्हन दोनों को समानांतर विवाह रीति-रिवाजों का पालन करना चाहिए।इस अनोखी शादी को आशीर्वाद देने के लिए कई मेहमान भी पहुंचे।
शार्दुल कदम और तनुजा की शादी में कुछ ऐसा हुआ जिसने ना सिर्फ हर किसी को हैरान कर दिया बल्कि सोचने का एक मुद्दा भी दे दिया।शादी में तनुजा ने शार्दुल को मंगलसूत्र पहना कर हर किसी को हैरान कर दिया।
मंगलसूत्र वह पवित्र धागा है जिसे शादी में एक लड़का लड़की को पहनता है।अब लड़के की शादी हुई है या नहीं यह तो कोई नहीं बता सकता लेकिन हां लड़की के मांग का सिंदूर और मंगलसूत्र देखकर यह पता चलता है कि लड़की शादीशुदा है।
शार्दुल के इस कदम से उनकी शादी सोशल मीडिया पर छा गई है और अपने इन्हीं एक्सपीरियंस को शेयर किया उन्होंने ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे के साथ।
*शार्दुल और तनुजा की लव स्टोरी:(mangalsutra is worn by the bride and groom?)
शार्दुल और तनुजा की लव स्टोरी ग्रेजुएशन करने के चार साल बाद शुरू हुई थी।ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे को उन्होंने बताया-‘तनुजा ने हिमेश रेशमिया का एक गाना इंस्टाग्राम पर शेयर किया था जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा था।
इसके बाद शुरू हुआ एक दूसरे को जानने का सिलसिला।जब कुछ वक्त बाद दोनों चाय पर मिले तो शार्दुल ने तनुजा को बताया कि वह एक हार्ड कोर फेमिनिस्ट हैं।शार्दुल बताते हैे कि उनकी इस बात पर तनुजा बहुत हैरान थीं।
*मंगलसूत्र पहनने की वजह:(mangalsutra necklace meaning)
घीरे-घीरे बात आगे बढ़ी और पिछले साल सितंबर में दोनों ने शादी करने का फैसला लिया।शार्दुल ने ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे को बताया कि कैसे शादी से पहले उन्होंने अपने दिल की बात तनुजा के सामने रखी और कहा-’सिर्फ लड़कियों को ही मंगलसूत्र पहनना ज़रूरी क्यों है?
इसका कोई सेंस नहीं है,हम दोनों समान हैं और इसलिए शादी के दिन मैं भी मंगलसूत्र पहनूंगा।’उनके इस फैसले पर घरवालों को बहुत हैरानी हुई थी लेकिन शार्दुल अपनी बात पर अड़े रहे।शार्दुल ने बताया-‘फेरों के बाद जब तनुजा और मैंने एक दूसरे को मंगलसूत्र पहनाया तो मैं बहुत खुश था।’
शार्दुल की सोच वाकई समाज की कई परंपराओं को तोड़ती है।आमतौर पर शादी का पूरा खर्चा लड़की का घर वालों को उठाना पड़ता है,तो इस पर शार्दुल ने जो स्टैंड लिया वह काबिल तारीफ है।
शार्दुल बताते हैं कि वह तनुजा के घर गए और अपनी समान जिम्मेदारी समझते हुए उन्होंने उन्होंने शादी के खर्चे में अपनी हिस्सेदारी की बात की।
शादी से एक दिन पहले तनुजा के यह पूछने पर कि क्या वो शादी के बाद भी मंगलसूत्र पहनेंगे तो इस पर पूरी तरह से हामी भरी।शार्दुल बताते हैं-मेरे कुछ पुरुष रिश्तेदार इस बात से खुश नहीं थे लेकिन उन्होंने हमसे कुछ कहा नहीं।’
शादी के अगले दिन सोशल मीडिया पर शार्दुल और तनुजा की शादी को कई तरह के कमेंट मिलना शुरू हो गए।किसी ने लिखा-क्या तुम्हें पीरियड भी होते हैं तो किसी ने कहा कि अब साड़ी पहनना भी शुरू कर दो।किसी ने तो यह भी कहा कि जेंडर इक्वेलिटी को सपोर्ट करने का यह कोई तरीका नहीं है।
शार्दुल बताते हैं कि कुछ कमेंट तो होंगे यह तो उन्हें पता था लेकिन ऐसी ट्रोलिंग होगी यह उन्होंने नहीं सोचा था।कहते हैं-‘शुरुआत में तनुजा को इस बात से फर्क पड़ा लेकिन अब शादी को चार महीने हो चुके हैं और हम इससे बाहर आ चुके हैं।’
तनुजा और अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए शार्दुल कहते हैं-‘किसी और से ज़्यादा तनुजा और मैं अपने रिश्ते को बेहतर तरह से समझते हैं,हम एक दूसरे को उनके काम में सपोर्ट करते हैं और एक दूसरे के सपनों पर विश्वास करते हैं और इस सफर में साथ हैं तो क्या फर्क पड़ता है कि दुनिया क्या सोचती है।’
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