सभी लोग अपनी सेहत को अच्छा रखने के लिए तरह-तरह के प्रयोग कर रहे हैं।फलों और सब्जियों का सेवन करना जरूरी है।एक बेहतर आहार आपको लंबे समय तक स्वस्थ रहने में मदद कर सकता है।
अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार, महिलाओं को प्रतिदिन 2 से 3 कप सब्जियों की आवश्यकता होती है और पुरुषों को प्रतिदिन 3 से 4 कप सब्जियों की आवश्यकता होती है।यदि आप मधुमेह से पीड़ित हैं।
पौष्टिक और उच्च फाइबर वाली सब्जियां खानी चाहिए। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में आपकी काफी मदद कर सकता है।जानिए,सब्जियों के बारे में जो सेहत के लिए जरूरी हैं।
1).गाजर:(Carrot)
गाजर स्टार्च और फाइबर से भरपूर होती है।ईटिंग वेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक,गाजर का सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।गाजर में विटामिन ए भी अधिक होता है,जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।गाजर के सेवन से आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है।मधुमेह रोगी गाजर को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
2).पालक:(does spinach reduce blood sugar)
सभी पत्तेदार हरी सब्जियों की तरह,पालक पोषक तत्वों से भरपूर होता है।यह आयरन से भी भरपूर होता है,जो स्वस्थ रक्त प्रवाह के लिए आवश्यक माना जाता है।जर्नल न्यूट्रिशन में प्रकाशित 2020 के एक अध्ययन के अनुसार,पालक में थायलाकोइड्स नामक झिल्ली भी होती है,जो इंसुलिन संवेदनशीलता में मदद कर सकती है।पालक को आप सूप या सब्जी में डालकर खा सकते हैं.

3).टमाटर:(how to treat tomato diseases)
टमाटर में विटामिन सी,विटामिन ए और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है और इसमें कार्ब्स कम होता है।कैलोरीज़ भी कम होती है।ग्लाइसेमिक इंडेस्क भी कम होता है। आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।डायबिटीज वाले लोगों के लिए अच्छा होता है।
4).हरी बीन्स:
बीन्स में प्रोटीन और घुलनशील फाइबर होता है,जो आपके पेट को काफी देर भरा रखते हैं।इसके साथ इसमें एंटीऑक्सिडेंट,पोटेशियम,मैग्नीशियम आदि,पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं,जो डायबिटीज को मैनेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हरे बीन्स का ग्लिसेमिक इंडेक्स भी कम होता है।आपके वजन को संतुलित रख सकते हैं।मधुमेह में वजन बढ़ने का जोखिम अधिक होता है,जिससे डायबिटीज में होने वाली जटिलताओं का जोखिम बढ़ जाता है।
- बीन्स का सेवन मॉडरेट अमाउंट में करें, अत्यधिक सेवन से आपको गैस की समस्या हो सकती है।बीन्स को हमेशा पकाकर ही खाएं,कच्चा न खाएं।कच्चे बीन्स खाने से मतली,उल्टी, पेट में दर्द,गैस की समस्या हो सकती है।

5).खीरा:
खीरे में पानी की मात्रा अधिक होती है जो हमें हाइड्रेटेड रखता है।यह पैंक्रियाज में इन्सुलिन को बनाने में मदद करता है।यह अग्न्याशय में बीटा सेल्स को इंसुलिन का उत्पादन करने में मदद कर सकता हैं।जिससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।इतना ही नहीं,इसमें फाइबर अधिक होता है जिससे यह पाचन को बेहतर कर सकता है।
- याद रखें बेस्ट रिजल्ट के लिए खीरे का सेवन सुबह और दोपहर में ही करें।इसे रात को खाने से बचें क्यों इसकी तासीर ठंडी होती है,तो रात को खाने से आपको सर्दी-जुकाम हो सकता है।
6).प्याज:
प्याज एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है।एंटी-डायबिटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं,जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।कार्ब्स कम होते है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है।
जिस कारण यह डायबिटीज के लिए एक बेहतर खाद्य पदार्थ की श्रेणी में आता है।प्याज का सेवन मॉडरेट अमाउंट में करें,अत्यधिक प्याज खाने से आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है।सांसो से बदबू आने की समस्या भी हो सकती है।

7).भिंडी
भिंडी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।इसमें पोटेशियम,विटामिन बी और सी,फोलिक एसिड,फाइबर और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।भिंडी में हाई डायटरी फाइबर खाने को धीरे-धीरे पचाता है।फिर ये ब्लड स्ट्रीम में ग्लूकोज को धीरे-धीरे छोड़ता है जिससे,डायबिटीज को मैनेज करने में मदद मिल सकती है।
- भिंडी को मॉडरेट अमाउंट में ही खाएं, क्याेंकि ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से कब्ज की समस्या हाे सकती है।भिंडी में फ़्रुक्टैंस एक प्रकार का कार्बोहायड्रेट होता है। अधिक सेवन से मतली,उलटी,पेट दर्द,दस्त,गैस की समस्या हो सकती है।जिन्हें किडनी स्टोन्स की समस्या है वे डॉक्टर की सलाह के बाद ही भिंडी का सेवन करें।